
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय डाॅ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय स्थित नेत्र रोग विभाग में डाॅ. संतोष सिंह पटेल ने बच्चों को मोबाइल से दूर रखने का सुझाव दिया है। इससे आँखों में मायोपिया (myopia) होने का खतरा कोविड/कोरोना के बाद बहुत ज्यादा हो गया है। पढ़ाई के लिए किताब या डेस्कटॉप का उपयोग करें। रही बात मनोरंजन की तो इसके लिए टेलीविजन ही सही है।
रायपुर, 1 मार्च 2023। Myopia : 20 फरवरी 2023 को डाॅ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय स्थित नेत्र रोग विभाग में 11 वर्षीय लड़के आयुष खेस को लाया गया था। आयुष खेस को उसके माता- पिता स्मार्टफोन विस्फोट की हिस्ट्री के साथ डाॅ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के नेत्र रोग विभाग में लेकर आए थे । आयुष खेस छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सीतापुर का रहने वाला है। घर पर 10 बड़े और 3 बच्चे हैं। किसान परिवार में सभी साथ रहते हैं।
परिजनों के मुताबिक
- घटना उस समय घटी जब बच्चा 2 घंटे से ज्यादा समय तक फोन पर गेम खेल रहा था और और फोन चार्ज हो रहा था।
- उसके पिता ने जो मोबाइल खराब हो गया था उसको खेलने के लिए दे दिया था।
- मोबाइल स्थानीय बाजार से खरीदा था, वह मोबाइल फोन या उसकी बैटरी के निर्माता के बारे में नहीं जानते हैं।
जानें घटना कैसे हुई
- मोबाइल ब्लास्ट की घटना के समय बच्चा अकेला था और लम्बे समय तक मोबाइल फोन को चार्ज में लगाकर गेम खेल रहा था।
- 12.02.2023 की शाम को 5 बजे की घटना के बाद उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीतापुर ले जाया गया।
- वहां प्रायमरी उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर रिफर कर दिया गया।
- मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर से डीकेएस अस्पताल रायपुर रिफर किया गया।
उपचार के पश्चात् चूँकि आंखों में चोट आई थी तो नेत्र रोग विभाग में 20.02.2023 को भेजा गया। मरीज के सीने, पेट, चेहरे और दाहिने हाथ में कई चोटे आई थीं इसलिए उन्हें तुरंत ऑपरेशन रूम में ले जाया गया।
एक आंख की रोशनी आ पाना मुश्किल
नेत्र रोग विभाग में डाॅ. संतोष सिंह पटेल के नेतृत्व में त्वरित ऑपरेशन करते हुए डाॅ. रेशु मल्होत्रा, डाॅ. सुशील, डाॅ. मोनिका, डाॅ. वैभव, डाॅ. साधना, डाॅ. अंशु एवं डाॅ. मधु ने ठीक किया। डाॅ. संतोष सिंह पटेल के अनुसार स्मार्टफोन या मोबाइल का ब्लास्ट इतना ज्यादा ख़तरनाक रहा कि आंख की कॉर्निया की चोट को ऑपरेशन पश्चात ठीक किया गया परंतु गंभीर आंतरिक चोट के कारण एक आंख की रोशनी आ पाना अब बहुत मुश्किल है। गंभीर हादसे के कारण एक आंख की रोशनी ही बचायी जा सकी।
क्यों फट रहे हैं मोबाइल फोन?
डाॅ. पटेल के अनुसार स्मार्टफोन के फटने या आग लगने का मुख्य कारण स्मार्टफोन का अत्यधिक गर्म होना है। ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से स्मार्टफोन ज्यादा गरम हो सकते है। अत्यधिक गेमिंग और बहु कार्यण (मल्टीटास्किंग) के बाद स्मार्टफोन गर्म हो सकते हैं।
कई जगहों से मोबाइल फोन के अचानक हाथ में या जेब में या कॉल रिसीव करने के बाद फटने की खबरें आती हैं इसे ही मोबाइल ब्लास्ट या बॉम्बाइल कहते हैं जिससे रोगी, परिवार के सदस्यों और समाज दोनों पर शारीरिक और मानसिक रूप से विनाशकारी परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
इसे भी जानें
तकनीक के आधुनिक दौर में मोबाइल ब्लास्ट हाथ में चोट लगने का एक नया तरीका बनकर उभर रहा है। यह घाव के एक विस्तृत स्पेक्ट्रम का प्रतिनिधित्व करता है जिसमें एक साधारण घाव से लेकर अंगच्छेदन तक विनाशकारी शारीरिक आघात और जटिलताएं होती हैं। इसलिए, मोबाइल सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करके रोकथाम हमेशा बेहतर होती है। हाथ की ब्लास्ट इंजरी के प्रबंधन में पोस्ट-ऑपरेटिव फिजियोथेरेपी के साथ प्रारंभिक डेब्रिडमेंट और घाव कवरेज की ओर ध्यान देना है।
ब्लास्ट होने से कर सकते हैं बचाव
- शारीरिक नुकसान से बचने के लिए फ़ोन केस का उपयोग करना
- अत्यधिक बाहरी तापमान से बचना
- फ़ोन को उस स्थान पर चार्ज करना जहाँ से आप दूर हो
- बैटरी अच्छी हो हमेंशा चेक करें फूलने पे तत्काल बदल देवें
- अपने फ़ोन को हमेशा 30-80 प्रतिशत बैटरी जीवन (बैटरी लाइफ) के बीच चार्ज करना
- कंपनी द्वारा अनुशंसित चार्जर केबलों का उपयोग करना
ब्लास्ट होने से पहले क्या होता है?
फ़ोन फटने से पहले कोई विशिष्ट चेतावनी देते हैं, हालाँकि, कुछ फुफकारने या चटकने की आवाज़ें हो सकती हैं, या प्लास्टिक या रसायनों के जलने की गंध आ सकती है। इन संकेतों को फोन के क्षतिग्रस्त होने और फटने से सावधान रहने के रूप में नोट किया जाना चाहिए।
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